Diagnosis of the Disease
In this system of treatment the body is supposed to be a sort of eletrical
system.Life electricity flows through the entire human body with the blopd in the form of life force.A person is supposed to be sick when the flow of this life force increases or decreases.This electrical force flows through every part of the body with the same pressure and velocity.If the flow is obstructed that part of the human body becomes lifeless as in the case of paralysis.The flow is equal in five parts of the body on the right and left side.This flow can be controlled by points located in the hands and legs on both sides of the body.These points control different parts of the body.The entire human body has some 900 such points.
The acupressure physician first finds out from the patient his ailment.He then
ascertains the points that would help him finding the causes of disease.This he does by touching or pressing some points and notes down the result of his investigation.If the patient feels pain on presssing some points,the physian is able to know that the related parts of the body are affected and sick.The western specialists started calling acupressure as Reflex Therapy as it initiated the treatment after ascertaining reflexes of the patient on touching or pressing acupressure points.As it is,the accepted name for science that determines the diseases by analying reflexes is Reflexology.
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
sharethis
Like Us On Facebook
Please Wait 10 Seconds...!!!Skip
Archive
मेरे बारे में
Translate
Our Facebook
कुल पेज दृश्य
Popular Posts
-
तुरई को काटकर नारियल तेल में उबालें व जब तुरई काली हो जाए, तब उसे छानकर किसी बोतल में भर लें। रोजाना इस तेल को बालों में लगाएं। धीर...
-
कैसे कार्य करता है डिटॉक्सीफिकेशन ? शरीर से टॉक्सिन बाहर निकालने के लिए लीवर को प्रोत्साहित करता है। किडनी, आंत और त्वचा से विषैले पदार्...
-
डीटोक्स है क्या, और क्या है इसकी जरुरत इस संसार में हर ब्यक्ति बेहतर स्वास्थ और लम्बी आयु प्राप्त करना चाहता है, पर इन्सान की कुछ चाहते ह...
-
"बिना खर्च किये ही रोगों से बचकर तन्दुरुस्त बनो" नई एवं पुरानी प्राणघातक बीमारियाँ दूर करने के लिए यह एक अत्यंत सरल एवं बहुत बढ़...
-
20 वर्षों से डायबिटीज झेल रहीं 65 वर्षीय महिला जो दिन में दो बार इन्सुलिन लेने को विवश थीं, आज इस रोग से पूर्णत: मुक्त होकर सामान्य सम्पूर...
-
Rajiv Dixit was an Indian social activist. He started social movements, in order to spread awareness on topics of Indian national interes...
-
शिरोधारा में सिर के ऊपर तेल की एक पतली धारा निरन्तर बहायी जाती है। पंचकर्म (अर्थात पाँच कर्म) आयुर्वेद की उत्कृष्ट चिकित्सा विधि है...
-
30 की उम्र के बाद न केवल व्यक्ति की जिम्मेदारियां बढ़ती है बल्कि इस दौरान उसे स्वास्थ्य समस्याओं होने का भी खतरा काफी बढ़ जाता है। जिससे शर...
-
Diagnosis of the Disease In this system of treatment the body is supposed to be a sort of eletrical system.Life electricity flows throug...
-
हम इससे पहले आयुर्वेदिक दवाओं में गोलियों, वटियों भस्म व पिष्टी की जानकारी आपको दे चुके हैं। आयुर्वेद के कुछ चूर्ण, जो दैनिक जीवन में बहुत...
Your Arrival From _/\_
SASKVNS
ज़िंदगी को कीजिए
'रीसेट' – Press the Reset Button On Your Life
ज़िंदगी हमें हर समय किसी-न-किसी मोड़ पर उलझाती रहती है.
हम अपने तयशुदा रास्ते से भटक जाते हैं और मंजिल आँखों से ओझल हो जाती है. ऐसे में
मैं हमेशा से यही ख्वाहिश करता आया हूँ कि काश मेरे पास ज़िंदगी को नए सिरे से
शुरू करने के लिए कोई रीसेट बटन होता जैसा मोबाइल या कम्प्युटर में होता हैहमारे पास बीते समय में लौटने के लिए कोई टाइम मशीन नहीं है लेकिन कुछ तो ऐसा है जिससे हम अपने जीवन को रीसेट या रीबूट कर सकते हैं एक ही मशीन सभी रोगो के तत्व का पता लगता है और उसे आप के आँख के सामने ही निकल देता है
कोई एलोपैथिक होमियोपैथिक आयुर्वेदिक दवा नहीं
Search in Google
aok ion cleanse
अमेरिकन टेक्नोलॉजी
१०० % सुरक्षित
आसान और विश्वसनीय तरीका
किसी साइड एफ्फेट का डर नहीं
संका दुःख टेंसन भी दूर
हमारी सेवाएं :-
a. Detoxification b. BCM Machine
डिटॉक्सीफिकेशन
शरीर को सेहतमंद रखने के लिए डाइट कंट्रोल, पर्याप्त पानी, आराम और ताजा हवा आवश्यक है। इसमें फिजिकल, मानसिक और इमोशनल फैक्टर काम करते हैं। इसके लिए जरूरी है डिटॉक्सीफिकेशन। यह आपके शरीर के लिए बसंत के मौसम में घर की सफाई जैसा ही है। यानी शरीर को चुस्त-दुरूस्त और तरो-ताजा रखने की प्रक्रिया है। जब आप मानसिक तनाव और शरीर के विकारों से मुक्त हो जाते हैं, तो शरीर में ऊर्जा का संचार हो जाता है।
अनहेल्दी डाइट, कब्ज, तनाव, दूषित पानी पीने, वातावरण में मौजूद दूषित तत्व श्वास के साथ शरीर में पहुंचने और चाय, कॉफी या अल्कोहल का अधिक सेवन करने से शरीर में विषाक्त तत्वों का स्तर बढ़ने लगता है। ऐसे में शरीर का डिटॉक्सीफिकेशन यानी विष दूर करना बहुत जरूरी होता है। रक्त शुद्धिकरण : शरीर में विषाक्त तत्वों का स्तर बढ़ने से शारीरिक-तंत्र गड़बड़ाने लगता है। ऐसी स्थिति में डिटॉक्सीफिकेशन रक्त के शुद्धिकरण और अंदरूनी अंगों की कार्यप्रणाली को सुचारू रूप से जारी रखने के डिटॉक्सीफिकेशन के फायदे
-:
- बेहतर तंत्रिका तंत्र
- पाचन तंत्र में सुधार
- शारीरिक ऊर्जा में बढ़ोतरी
- मेटाबॉलिज्म के फंक्शन में सुधार
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें